
एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने भारत रत्न पाने वालों को लेकर सवाल उठाए। भारत रत्न के लिए पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रसिद्ध संगीतकार गायक भूपेन हजारिका और भारतीय जनसंघ के नेता एवं समाजसेवी नानाजी देशमुख के नाम को चुने जाने को लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल उठाया है।
असदुद्दीन ओवैसी ने महाराष्ट्र में रविवार को एक कार्यक्रम में कहा, मुझे ये बताओ की जितने भारत रत्न अवॉर्ड दिए गए है उसमें से, कितने दलितों, आदिवासियों, मुसलमानों, गरीबों, सवर्णों और ब्राह्मणों को दिए गए? बाबासाहेब को भारत रत्न दिया पर दिल से नहीं दिया। मजबूरी की हालत में दिया। इनसे पहले योग गुरु बाबारामदेव ने नाराजगी जताई थी।
कुम्भ मेले में एक कार्यक्रम में शामिल होने आए योग गुरु स्वामी रामदेव ने रविवार को कहा कि जब देश में मदर टेरेसा को भारत रत्न मिलता है, खिलाडियों को भारत रत्न मिलता है तो क्या महर्षि दयानंद और स्वामी विवेकानंद का राष्ट्र निर्माण में योगदान राजनेताओं, कलाकारों से कम है।
उन्होंने नाराजगी भरे लहजे में कहा, आज तक एक भी संन्यासी को भारत रत्न क्यों नहीं मिला। मदर टेरेसा को इसलिए यह सम्मान दे सकते हैं क्योंकि वह ईसाई थीं, लेकिन भारत के साधु संन्यासियों को नहीं दे सकते क्योंकि वे हिंदू हैं। तो हिंदू होना क्या गुनाह है।’
Asaduddin Owaisi at an event in Maharashtra y'day: Mujhe yeh batao ki jitne Bharat Ratna ke award diye gaye usmein se kitne dalit, adivasi, musalmanon, garibon, upper caste aur Brahminon ko diye gaye? Babasaheb ko Bharat Ratna diya par dil se nahi diya majboori ki halat mein diya pic.twitter.com/8P0V0Ncr3H
— ANI (@ANI) January 28, 2019
उन्होंने कहा, हमारे साधु संतो को भी वो गौरव मिलना चाहिए जो किसी भी मत,पंथ,संप्रदाय के लोगों को मिलता है। क्या गुरु नानक देव जी, गुरु गोबिंद सिंह जी का कम योगदान है। ऐसे में हमारे ही साधु संत हैं, जिन्होंने लाखों-करोड़ों बच्चों को शिक्षा दीक्षा संस्कार देकर उनको नवजीवन दिया।’ कुंभ मेले को गौरव प्रदान करने के लिए योगी सरकार का अभिनंदन करते योग गुरु ने कहा, ‘भारत की सनातन वैदिक संस्कृति का यह पावन संगम है, जहां एक ओर समुद्र मंथन का दर्शन होता है, वहीं दूसरी ओर लोग यहां ज्ञानामृत, योगामृत और जीवनामृत का पान कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि प्रयागराज के इस कुंभ से देश को एक नई दिशा मिलेगी।’
बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रसिद्ध संगीतकार गायक भूपेन हजारिका और भारतीय जनसंघ के नेता एवं समाजसेवी नानाजी देशमुख को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न प्रदान किया जाएगा।
4 वर्ष के अंतराल के बाद भारत रत्न पुरस्कार दिया जा रहा है। वर्ष 2015 में नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के संस्थापक मदन मोहन मालवीय को भारत रत्न के सम्मान से नवाजा गया था। देशमुख और हजारिका को मरणोपरांत इस सम्मान के लिए चुना गया है।
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