बॉलीवुड फिल्म ‘सरफरोश’ के इंस्पेक्टर सलीम आपको याद हैं न? फिल्म में एक जांच दल में इंस्पेक्टर सलीम को नहीं रखा जाता है, तो वो अपने मुसलमान होने को लेकर इस पर सवाल खड़ा करते हैं। ठीक वैसा ही एक मामला झारखंड की राजधानी रांची से सामने आया है। जहां कुछ लोगों द्वारा उनके धर्म को लेकर की गई अपमानजनक टिप्पणी से आबिद खान नाम के एक थाना प्रभारी (पुलिस इंस्पेक्टर) आहत हो गए।
वीडियो वायरल में नजर आ रहे आबिद खान डोरंडा थाने के प्रभारी हैं। लोगों द्वारा उनके धर्म को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी के आहत थानाप्रभारी के तौर पर पदस्थापित इंस्पेक्टर आबिद खान को गुस्सा आ गया और उन्होंने लोगों से पूछ लिया, ‘क्या मुसलमान होना गुनाह है?’ ऐसे सवाल वाला उनका ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
ABP न्यूज के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के स्थानीय नेता की हत्या के बाद कुछ लोगों ने थाना प्रभारी आबिद खान के धर्म को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की जिसके बाद उनको को गुस्सा आ गया। उन्होंने लोगों से सवाल किया, “क्या मुसलमान होना मेरा गुनाह है? क्या मैं हिन्दुस्तानी नहीं हूं? क्या मुझे सरकार ने यहां पदस्थापित नहीं किया है?” उनके इन सवालों से थोड़ी देर के लिए मौके पर चुप्पी छा गई।
नाराज थाना प्रभारी ने आगे कहा, “मेरा यही गुनाह है कि मैं मुसलमान हूं। आप लोग जितना कह रहे हैं, हम उतना बर्दाश्त कर रहे हैं। हमें सरकार ने यहां बैठाया है न कि खुद आकर थाने में बेठे हैं।” उन्होंने आगे कहा, “हम इस देश के नागरिक नहीं हैं क्या? कोई नहीं कह सकता कि हम बेईमान हैं या चोर हैं।”
एबीपी न्यूज के मुताबिक दरअसल, यह विवाद बीजेपी नेता धीरज की हत्या के बाद हुआ था। धीरज की हत्या का आरोप मुस्लिम युवकों पर है। उसकी हत्या के सभी आरोपी पकड़े जा चुके हैं। इसी हत्या से जुड़ी एक धर्म आधारित अपमानजनक टिप्पणी पर आबिद भड़क गए थे। धीरज की हत्या छेड़खानी रोकने पर हुए विवाद की वजह से हुई थी।
छेड़खानी रोकने पर धीरज और आरोपी शाहबाज में लड़ाई हुई थी। आरोपी शाहबाज और उसके साथियों पर लड़कियों से छेड़खानी का भी आरोप है। धीरज की हत्या के खिलाफ विरोध में सभी पार्टी के नेता शामिल हुए थे। विरोध के दौरान कुछ लोगों ने थाना प्रभारी आबिद खान पर उनके धर्म को लेकर अपमानजनक टिप्पणी कर दी थी जिससे वो नाराज हो गए।
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