केंद्रीय जांच ब्यूरो यानी CBI द्वारा कोलकाता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार से पूछताछ से एक दिन पहले ममता बनर्जी की पुलिस ने शुक्रवार को सीबीआई के पूर्व अंतरिम निदेशक नागेश्वर राव की पत्नी से कथित रूप से संबद्ध गैर-बैंकिंग वित्त कंपनी की दो संपत्तियों पर छापा मारा। बताया जा रहा है कि एक पुरानी शिकायत की कोलकाता पुलिस द्वारा जांच के तहत कथित तौर पर राव की पत्नी के स्वामित्व वाली कंपनी कोलकाता स्थित ट्रेडिंग कंपनी एंजेला मर्कन्टाइल प्राईवेट लिमिटेड (एएमपीएल) के दो कार्यालयों पर छापा मारा गया। एक कार्यालय शहर में है और दूसरा पास के सॉल्ट लेक में स्थित है।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि बहुबाजार थाने में दर्ज एक पुरानी शिकायत की कोलकाता पुलिस द्वारा जांच के तहत एंजिला मर्केंटाइल्स प्राइवेट लिमिटेड के दो कार्यालयों पर छापा मारा गया। एक कार्यालय शहर में है और दूसरा समीप के साल्ट लेक में स्थित है। उन्होंने बताया कि 30 पुलिस अधिकारियों के एक दल ने इन दो कार्यालयों पर छापा मारा जो राव की पत्नी मन्नेम संध्या से कथित रुप से संबद्ध है।

राव ने दी सफाई

इस बीच नागेश्वर राव ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए दावा किया है कि जिस कंपनी में पुलिस ने छापेमारी की है, उस कंपनी से उनका कोई वास्ता नहीं है। राव ने कोलकाता पुलिस की इस कार्रवाई को प्रोपेगेंडा करार दिया है। उन्होंने कहा कि मैंने अपनी एनुअल प्रॉपर्टी रिटर्न में हर चीज की जानकारी दी है। जो सरकार को सौंपी गई है। जिसे आप गृह मंत्रालय की वेबसाइट पर जाकर भी देख सकते हैं। उन्होंने कहा कि मैं अपने परिवार के सदस्यों के साथ इस कंपनी के संबंध- जैसा कुछ मीडिया संगठनों ने खबर दी है, से इनकार करता हूं।

राव ने कहा, ‘कुछ टीवी चैनलों समेत कुछ मीडिया संगठनों द्वारा एक कंपनी, जिसपर कोलकाता पुलिस ने छापा मारा है, उसके साथ मेरे परिवार के सदस्यों का संबंध दर्शाते हुए दी गई खबरों के संदर्भ में मैं कहना चाहता हूं कि मैं इस मुद्दे पर 30 अक्टूबर 2018 को बयान के माध्यम से पहले ही स्पष्टीकरण दे चुका हूं।’

उन्होंने कहा, ‘इसके अलावा, मेरे परिवार और मेरी सभी संपत्तियों का पूरा ब्योरा पहले ही सरकार को सौंपे गए मेरे वार्षिक संपत्ति रिटर्न में दे दिया गया है जो गृह मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है।’ कोलकाता पुलिस के सूत्रों के अनुसार कंपनी के मालिक को शनिवार को पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।

बताते चलें कि नागेश्वर राव इन दिनों मुश्वकिल दौर से गुजर रहे हैं। अभी हाल ही में उन्हें सुप्रीम कोर्ट का नोटिस भी झेलना पड़ा है। सुप्रीम कोर्ट ने राव को बिहार में आश्रयगृह मामलों की जांच कर रहे सीबीआई के मुख्य अधिकारी एके शर्मा का तबादला किए जाने पर सख्त रुख अपनाते हुए अवमानना का नोटिस दिया था। अदालत ने उन्हें 12 फरवरी को कोर्ट में पेश होने को कहा है। कोर्ट ने कहा कि यह सरासर अवमानना का मामला है, इसके लिए छोड़ा नहीं जाएगा, अब भगवान ही तुम्हें बचा सकता है।

क्या है मामला?

दरअसल, पिछले दिनों प्रकाशित अंग्रेजी अखबार ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ की एक मुताबिक के मुताबिक, रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज के रिकॉर्ड के मुताबिक नागेश्वर राव की पत्नी एम संध्या ने मार्च 2011 में एएमपीएल कंपनी से 25 लाख रुपए कर्ज लिए थे। इसके बाद संध्या ने इस कंपनी को 2012 से 2014 वित्त वर्ष के दौरान सालाना तीन किश्तों में 1.14 करोड़ रुपये लोन के रूप में दिया था। तीन साल में दी गई यह राशि 35.56 लाख, 38.27 लाख, 40.29 लाख रुपये है।

अखबार के मुताबिक, वित्तीय वर्ष 2012 से 2014 के बीच संध्या ने तीन बार वर्ष 2012 में 35.56 लाख, वर्ष 2013 में 38.27 लाख और वर्ष 2014 में 40.29 लाख रुपए कंपनी को दी। आरओसी की सूची में कोलकाता के रहने वाले प्रवीण अग्रवाल एएमपीएल के डॉयरेक्टर के रूप में नामित हैं। प्रवीण ने इंडियन एक्सप्रेस से फोन पर कहा, “संध्या हमारे पारिवारिक मित्र राव की पत्नी हैं। मैं राव को तब से जानता हूं, जब वे ओडिशा में अधिकारी थे। वे हमारे परिवार जैसे हैं। यदि आप किसी को पारिवारिक मित्र के तौर पर मानते हैं, तो उससे किसी तरह का कर्ज या निवेश लेने में परेशानी क्या है?”

ममता बनर्जी की पुलिस ने CBI अधिकारियों के खिलाफ शुरू की कार्रवाई, एम नागेश्वर राव ने जारी किया बयान, जानें- क्या है पूरा मामला?


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