सरकारी अधिकारियों के प्रदर्शन को मापने का पैमाना जनता की संतुष्टि होना चाहिए: वेंकैया नायडू

उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि लोक सेवकों के प्रदर्शन को मापने का आधार जनता की संतुष्टि होना चाहिए।

उपराष्ट्रपति ने कहा कि वह चाहते हैं कि लोक सेवक अपने जानकारियों में सुधार करें और तकनीकी कौशल हासिल करें।

उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय प्रशासनिक प्रणाली को बेहतर, कुशल और प्रभावी बनाने के लिए वैश्विक शासन की सर्वोत्तम पद्धतियों से लगातार सीखना चाहिए।

श्री नायडू नई दिल्ली में आंध्र प्रदेश सचिवालय के सहायक सचिवों, अनुभाग अधिकारियों और कर्मचारियों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अधिकारियों को लोगों, विशेषकर युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करने का प्रयास करना चाहिए।

उत्तरदायी और कुशल शासन तंत्र पर जोर देते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि अधिकारियों को पारदर्शी तरीके से सार्वजनिक सेवाओं की समयबद्ध डिलीवरी सुनिश्चित करनी चाहिए।

उपराष्ट्रपति ने अधिकारियों को कामकाज के तरीकों और प्रक्रियाओं की समीक्षा में सुधार करने की सलाह दी जिससे कि सरकारी कार्यक्रमों का लाभ पंक्ति में बैठे अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा, “हर किसी को ईमानदारी, निष्ठा और अनुशासन के साथ अपने कर्तव्य का पालन करना चाहिए।”

सभी प्रशासनिक मामलों को राज्य की आधिकारिक भाषा में किए जाने का सुझाव देते हुए श्री नायडू ने आग्रह किया कि वे उन लोगों की जरूरतों के प्रति सहानुभूति रखें जो उनके पास अपनी शिकायतें लेकर आते हैं।

आंध्र प्रदेश के वित्त विभाग के 30 से अधिक अधिकारियों ने उपराष्ट्रपति से मुलाकात की। ये अधिकारी व्यय प्रबंधन, बजट प्रबंधन, और राजकोषीय जिम्मेदारी तथा कराधान जैसे विषयों पर राष्ट्रीय वित्तीय प्रबंधन संस्थान (एनआईएफएम), फरीदाबाद में एक महीने के प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं।


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