कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को आरोप लगाया कि ‘मोदी-शाह सरकार’ नागरिकता संशोधन विधेयक के माध्यम से पूर्वोत्तर के नस्लीय सफाए का प्रयास कर रही है। उन्होंने विधेयक के खिलाफ पूर्वोत्तर में प्रदर्शन होने से जुड़ी ख़बर का हवाला देते हुए यह भी कहा कि वह पूर्वोत्तर की जनता के साथ मजबूती से खड़े हैं।

राहुल गांधी
फाइल फोटो

राहुल गांधी ने बुधवार को ट्वीट कर लिखा, ‘नागरिकता विधेयक मोदी-शाह सरकार की ओर से पूर्वोत्तर के नस्लीय सफाये का प्रयास है। यह पूर्वोत्तर के लोगों, उनकी जीवन पद्धति और भारत के विचार पर हमला है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘मैं पूर्वोत्तर के लोगों के साथ खड़ा हूं और उनकी सेवा के लिए हाजिर हूं।’

इस विधेयक को बुधवार को चर्चा और पारित कराने के मकसद से राज्यसभा में लाया जाएगा। कांग्रेस इस विधेयक को ‘असंवैधानिक’ करार देते हुए इसका विरोध कर रही है।

गौरतलब है कि, लोकसभा ने सोमवार रात नागरिकता संशोधन विधेयक को मंजूरी दे दी जिसमें अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से धार्मिक प्रताड़ना के कारण भारत आए हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के लोगों को भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन करने का पात्र बनाने का प्रावधान है।

लोकसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक पास होने के साथ ही पूर्वोत्तर के कई हिस्सों में तनाव की स्थिति बढ़ गई है। पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों की तरह ही पूरे त्रिपुरा में भी मंगलवार को विरोध प्रदर्शन हुआ। त्रिपुरा में नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ चल रहे प्रदर्शनों के मद्देनजर मंगलवार दोपहर दो बजे से 48 घंटों के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।

राहुल गांधी बोले- पूर्वोत्तर के ‘नस्लीय सफाए’ की कोशिश है नागरिकता संशोधन विधेयक


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