पांडिचेरी यूनिवर्सिटी से मास कम्युनिकेशन में एमए की स्वर्ण पदक विजेता रबीहा अब्दुर्रहीम का आरोप है कि उन्हें दीक्षांत समारोह में शामिल होने की अनुमति नहीं दी गई, जबकि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद समारोह स्थल पर मौजूद थे। इस समारोह में पुडुचेरी के उपराज्यपाल किरण बेदी और मुख्यमंत्री वी नारायणसामी भी उपस्थित थे।

पांडिचेरी

दीक्षांत समारोह में शामिल ना होने की अनुमति बाद अपना विरोध दर्ज कराने के लिए रबीहा अब्दुर्रहीम ने अपना पदक लेने से ही इनकार कर दिया। साथ ही नागरिकता अधिनियम कानून के खिलाफ भी उन्होंने अपना विरोध दर्ज करते हुए अपना पदक लेने ने मना कर दिया।

रबीहा अब्दुर्रहीम का कहना है, “मुझे नहीं पता कि मुझे बाहर क्यों भेजा गया। लेकिन मुझे पता चला कि जब छात्रों ने पुलिस से इस बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि शायद इसलिए क्योंकि उसने अलग तरीके से स्कार्फ पहन रखा है। यह भी एक कारण हो सकता है कि उन्होंने मुझे बाहर भेजा लेकिन किसी ने भी यह मुझसे सामने से नहीं कहा।”

रबीहा अब्दुर्रहीम ने आगे कहा कि, “जब स्वर्ण पदक प्राप्त करने के लिए मंच पर आने को कहा गया, तो मैंने इसे अस्वीकार कर दिया। मैं स्वर्ण पदक नहीं चाहती थी क्योंकि भारत में जो कुछ भी हो रहा है वह बदतर है। यह छात्रों और उन सभी लोगों के साथ एकजुटता में है जो एनआरसी, सीएए और पुलिस की बर्बरता के खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके से लड़ रहे हैं।”

छात्रा ने स्पष्ट किया कि उसे अपने हिजाब को हटाने के लिए कभी नहीं कहा गया था। उन्होंने कहा, “मैं ऐसी खबरें देख रही हूं जिसमें कहा गया है कि मुझे अपना दुपट्टा हटाने के लिए कहा गया था। वह झूठा है। किसी ने मुझे कुछ हटाने के लिए नहीं कहा। किसी ने मुझे नहीं बताया कि मुझे बाहर क्यों रखा गया है। ”

पांडिचेरी यूनिवर्सिटी की छात्रा का आरोप, पुलिस ने दीक्षांत समारोह में जाने की नहीं दी अनुमति, CAA और NRC के विरोध में गोल्ड मेडल लेने से किया इनकार


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