ईरान ने शनिवार को आखिरकार स्वीकार कर लिया कि उसकी सेना ने मानवीय चूक के चलते ‘अनजाने में’ यूक्रेन के विमान को मार गिराया था, जिससे उसमें सवार 176 लोगों की मौत हो गई। यह बयान शनिवार सुबह आया, जिसमें कहा गया कि मानवीय चूक के चलते यह दुर्घटना हुई।
ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ ने शनिवार सुबह एक ट्वीट कर इस गलती को स्वीकार किया है। उन्होंने लिखा, ‘एक दुखद दिन। सशस्त्र बलों द्वारा की गई आंतरिक जांच के प्रारंभिक निष्कर्ष में सामने आया कि अमेरिका की वजह से यह मानवीय गलती हुई है। हम इस पर दुख जताते हैं। सभी पीड़ितों के परिवारों से और अन्य प्रभावित राष्ट्रों से हम माफी मांगते हैं और संवेदना व्यक्त करते हैं।’
A sad day. Preliminary conclusions of internal investigation by Armed Forces:
Human error at time of crisis caused by US adventurism led to disaster
Our profound regrets, apologies and condolences to our people, to the families of all victims, and to other affected nations.
— Javad Zarif (@JZarif) January 11, 2020
गौरतलब है कि, यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइंस का बोइंग 737 विमान तेहरान से उड़ान भरने के कुछ समय बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। ईरान द्वारा इराक में अमेरिकी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर किए गए मिसाइल हमले के कुछ देर बाद यह विमान हादसा हुआ था। इससे पहले ईरान ने कई दिनों तक विमान को गिराने की बात से इनकार किया, लेकिन अमेरिकी और कनाडा ने कहा था कि उन्हें विश्वास है कि ईरान ने ही विमान को मार गिराया है।
यह विमान यूक्रेन की राजधानी कीव जा रही थी। बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हुए इस विमान में ईरान के 82, कनाडा के 63, यूक्रेन के 11, स्वीडन के 10, अफगानिस्तान के चार, जर्मनी के तीन और ब्रिटेन के तीन नागरिक सवार थे।
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