उत्तर पूर्वी दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण (एनआरसी) को लेकर भड़की साम्प्रदायिक हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 32 पर पहुंच गई है। कई इलाकों में भड़की हिंसा में अब तक 56 पुलिसकर्मियों समेत करीब 200 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। दिल्ली हिंसा का मुद्दा देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी खूब चर्चा में है।
अमेरिकी सांसदों के भारत की राजधानी नई दिल्ली में हिंसा पर तीखी प्रतिक्रिया करने के एक दिन बाद डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बर्नी सैंडर्स ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर मानवाधिकारों के मुद्दे पर नाकाम रहने का आरोप लगाया। अमेरिकी राष्ट्रपति की आलोचना करते हुए सैंडर्स ने कहा कि ट्रम्प की भारत यात्रा के दौरान नई दिल्ली में हिंसा के संबंध में उनका बयान ‘‘नेतृत्व की नाकामी’’ है। बता दें कि, भारत की यात्रा के दौरान हिंसा की घटनाओं के बारे में पूछे जाने पर अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था, ‘‘जहां तक व्यक्तिगत हमलों का सवाल है तो मैंने इसके बारे में सुना लेकिन उनके (मोदी) साथ चर्चा नहीं की, यह भारत का मामला है।’’
इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया करते हुए बर्नी सैंडर्स ने बुधवार को ट्वीट किया, ‘‘20 करोड़ से अधिक मुसलमान भारत को अपना घर कहते हैं। व्यापक पैमाने पर मुस्लिम विरोधी भीड़ कीं हिंसाौ1 में कम से कम 27 लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए। ट्रम्प ने यह कहकर जवाब दिया कि ‘‘यह भारत का मामला है।’’ यह मानवाधिकारों पर नेतृत्व की नाकामी है।’’
Over 200 million Muslims call India home. Widespread anti-Muslim mob violence has killed at least 27 and injured many more. Trump responds by saying, "That's up to India." This is a failure of leadership on human rights.https://t.co/tUX713Bz9Y
— Bernie Sanders (@BernieSanders) February 26, 2020
सैंडर्स संशोधित नागरिकता कानून को लेकर हिंसा के खिलाफ बोलने वाली सीनेटर एलिजाबेथ वॉरेन के बाद डेमोक्रेटिक पद के दूसरे प्रत्याशी हैं। डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के अलावा अन्य प्रभावशाली सीनेटरों ने भी बुधवार को घटनाक्रमों पर चिंता जताई।
डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसद मार्क वार्नर और जीओपी के जॉन कोर्निन ने एक संयुक्त बयान में कहा, ‘‘हम नई दिल्ली में हालिया हिंसा से चिंतित हैं। हम अपने महत्वपूर्ण दीर्घकालिक संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए चिंता के अहम मुद्दों पर मुक्त संवाद का समर्थन करते रहेंगे।’’ इससे पहले अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी आयोग ने भारत सरकार से अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए तत्काल कार्रवाई करने का अनुरोध किया।
बता दें कि, नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर दिल्ली में हुई हिंसा में अब तक 32 लोगों की मौत हो गई है। कई इलाकों में भड़की हिंसा में अब तक 56 पुलिसकर्मियों समेत करीब 200 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। हिंसा में हेड कांस्टेबल रतनलाल और इंटेलिजेंस ब्यूरो के अफसर अंकित शर्मा की भी मौत हो गई। (इंपुट: भाषा के साथ)
दिल्ली हिंसा: बर्नी सैंडर्स ने की ट्रंप के बयान की आलोचना, कहा- ये लीडरशिप की नाकामी
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📢MBK Team | 📰JantaKaReporter
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