देश की राजधानी दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश की नोएडा पुलिस द्वारा तब्लीगी जमात पर फर्जी खबरें फैलाने के कुछ दिनों बाद समाचार एजेंसी एएनआई ने एक बार फिर से कोरोना वायरस के संक्रमण मामलों की संख्या को लेकर तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव बीला राजेश (Tamil Nadu Health Secretary Beela Rajesh) के हवाले से फर्जी खबर फैलाने की कोशिश की। हालांकि, थोड़ी देर बाद समाचार एजेंसी एएनआई ने तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव के हवाले से तबलीगी जमात को लेकर किया गया ट्वीट डिलीट कर दिया।

तमिलनाडु

दरअसल, समाचार एजेंसी एएनआई ने रविवार को तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव बीला राजेश के हवाले से एक ट्वीट किया था। अपने ट्वीट में ANI ने लिखा था, तमिलनाडु में आज 106 संक्रमण मामले सामने आए, जिनमें 90 व्यक्ति ‘एकल स्रोत आचरण’ से हैं। राज्य में कुल संक्रमण मामले बढ़कर 1075 हो गए, जिनमें 971 मामले एकल स्रोत आचरण से हैं। राज्य में अब तक कुल 11 लोगों की मौत हो गई।

हालांकि, समाचार एजेंसी को जल्द ही बीला राजेश के बयान को गलत तरीके से उद्धृत करने के लिए स्पष्टीकरण जारी करने के लिए मजबूर होना पड़ा, क्योंकि कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इस बात पर प्रकाश डाला कि तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव ने अपने दैनिक प्रेस ब्रीफिंग में ‘एकल स्रोत आचरण’ शब्द का इस्तेमाल कही नहीं किया था।

सोशल मीडिया पर आलोचनाओं के बाद एएनआई ने अपने पहले ट्वीट को डिलीट कर दिया और साथ ही एक स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि, ट्वीट में बीला राजेश को गलत उद्धृत किया था। अपने ट्वीट में ANI ने लिखा, सुधार: तमिलनाडु में कोरोना वायरस से संक्रमण के 106 नए मामले सामने आए है। स्वास्थ्य सचिव बीला राजेश ने बताया कि इन 106 में 16 लोगों की ट्रेवल हिस्ट्री है जबकि 90 संक्रमित लोग उनके संपर्क में आए थे।

बता दें कि, समाचार एजेंसी एएनआई ने इससे पहले भी नोएडा पुलिस के हवाले से तब्लीगी जमात को लेकर एक फर्जी खबर शेयर की थी। हालांकि, नोएडा पुलिस की फटकार के बाद एएनआई यूपी अपने इस ट्वीट को डिलाट कर दिया था।दरअसल, एएनआई यूपी ने मंगलवार (7 अप्रैल) को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया। एएनआई यूपी ने अपने ट्वीट में गौतम बुद्ध नगर के DCP (डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस) संकल्प शर्मा के बयान का हवाला देते हुए लिखा था, “नोएडा सेक्टर- 5, हरौला में उन लोगों को क्वारंटीन किया गया है, जो तबलीगी जमात के लोगों के कॉन्टैक्ट में आए।”

हालांकि, एएनआई यूपी के इस ट्वीट के बाद नोएडा पुलिस के डीसीपी रैंक के अधिकारी ने सार्वजनिक रूप से समाचार एजेंसी के दावे का खंडन किया और इसे ‘फर्जी खबर’ करार दे दिया था। नोएडा DCP के ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा गया,“प्रक्रिया के मुताबिक, उन लोगों को क्वारंटीन किया गया है, जो कोरोना पॉजिटिव मामलों के संपर्क में आए हैं। तबलीगी जमात का कोई जिक्र नहीं है। आप मिसकोट कर रहे हैं और फेक न्यूज़ फैला रहे हैं।”

हालांकि, सोशल मीडिया पर आलोचनाओं का सामना करने के बाद एएनआई यूपी ने अपने ट्विटर हैंडल इस फर्जी खबर को डिलीट किया और एक स्पष्टीकरण जारी किया। एएनआई यूपी ने करेक्शन के बाद दोबारा ट्वीट किया। लेकिन अपने इस ट्वीट में उन्होंने तबलीगी जमात वाली बात हटा दी थी।

ANI ने एक बार फिर की फर्जी खबर फैलाने की कोशिश, तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव के हवाले से तबलीगी जमात को लेकर किया गया ट्वीट किया डिलीट


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