वीजा विस्तार के आवेदन को नामंजूर किए जाने पर नाराजगी जताने वाली ‘पद्मश्री’ से सम्मानित जर्मन नागरिक फ्रेडरिक इरिना ब्रूनिंग उर्फ सुदेवी दासी के वीजा की अवधि एक वर्ष के लिए बढ़ा दी गई है। ब्रूनिंग ने बताया की उनकी समस्या का समाधान हो गया है।
गौसेवा के लिए ‘पद्मश्री’ से सम्मानित सुदेवी ने समाचार एजेंसी ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि, ‘‘वीजा संबंधी मेरी समस्या का समाधान हो गया है। मुझे बताया गया कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मेरे मामले का संज्ञान लिया। मैं उनका आभार व्यक्त करती हूं। अब मैं निश्चिंत होकर गौसेवा कर सकूंगी।’
इस बीच, स्थानीय अभिसूचना इकाई (एलआइयू) प्रभारी निरीक्षक केपी कौशिक ने कहा, ‘‘असल बात तो यह है कि वीजा विस्तार के उनके मामले में कोई रुकावट ही नहीं थी। यह भ्रम उनके आवेदन पत्र में हिज्जे की गलती के चलते पैदा हुआ था। यह भ्रम दूर हो गया है।’’ उन्होंने बताया कि सुदेवी के वीजा की अवधि एक साल के लिए बढ़ा दी गई है।
उल्लेखनीय है कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस मामले में अपने अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी थी। जर्मन नागरिक ने वीजा विस्तार को मंजूरी नहीं मिलने पर पुरस्कार लौटाने की भी बात कही थी। ब्रूनिंग ने कथित तौर पर कहा था कि अगर उनका वीजा विस्तार नहीं हो सकता तो वह अपना पुरस्कार वापस कर देंगी। उन्होंने कहा था कि जब गायों की सेवा ही छूट जाएगी तो मैं पद्मश्री सम्मान का क्या करूंगी।
मीडिया में आई खबरों के मुताबिक ब्रूनिंग (61) को गोरक्षा के लिए इस वर्ष पद्म श्री से नवाजा गया था। भारत में और अधिक समय तक रूकने के लिए उनके वीजा विस्तार के आवेदन को विदेश मंत्रालय द्वारा लौटाए जाने के बाद उन्होंने पुरस्कार लौटाने की धमकी दी थी। मीडिया रिपोर्ट पर सुषमा ने ट्वीट किया था, ‘‘मेरे संज्ञान में इसे लाए जाने के लिए धन्यवाद। मैंने रिपोर्ट मांगी है।’’
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